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Showing posts from December, 2020

कहाँ से आया हूँ कहाँ को जाना है....

जहाँ कोई नही है वहाँ हम है जहाँ मैं हूँ वहाँ नदारद हमदम है   मैं, मैं था, वह, वह था ‘सुब्रत’ मैं, मैं हूँ, वह हम है   मैं कैसा हूँ, वह कैसी है मैं दिलफेंक, दिलकश मेरी सनम है   काँपता जिस्म है काँपता मैं हूँ गायब बदन से सब दम-ख़म है   कहाँ से आया हूँ कहाँ को जाना है ये सब जो कुछ भी है सब भ्रम है   यादें कुछ नही है, सिर्फ दर्द है अगर दर्द है तो ज़ाहिर है ज़ख्म है   पूछा तुमने भी नही माँगा मैंने भी नही मालूम था मुझे तुम्हारे पास मरहम है..... ~©अनुज सुब्रत कहाँ से आया हूँ कहाँ को जाना है....... Written by Anuj Subrat ( Author of "Teri gali mein" ) Follow me on Instagram https://instagram.com/anuj_subrat Read my Book Teri gali mein Teri gali me / तेरी गली में: कविता संग्रह https://www.amazon.in/dp/1647834457/ref=cm_sw_r_wa_apa_i_RSLuFbTF0C9XQ Thank you Hope you'll loved it #poetry #love #poetrycommunity #writersofinstagram #poem #quotes #poet #poetsofinstagram #writer #poems #art #lovequotes #writing #quoteoftheday #instagram #thoughts #life #quote #shayari #wordporn #writersofig

मुझको किसी और से मोहब्बत है.....

  गुल को गुलशन से मोहब्बत है मुझको तुमसे मोहब्बत है   तुम जान हो किसी और की मुझको किसी और से मोहब्बत है   हमारे दरमियाँ जो दूरियाँ है मुझको इन्हीं दूरियों से मोहब्बत है   देख कर आईने में अक्स अपना ‘सुब्रत’ मालूम पड़ा मुझको मुझसे ही मोहब्बत है   कलियाँ जो लाई मैंने काँटों ने दर्द दिया लगता है काँटों को कलियों से मोहब्बत है   ताल्लुक़ तलबगारों ने कुछ यूँ रखा मुझसे गोया बेज़ारी में मुझको बेज़ार से मोहब्बत है..... ~©अनुज सुब्रत मुझको किसी और से मोहब्बत है....... Written by Anuj Subrat ( Author of "Teri gali mein" ) Follow me on Instagram https://instagram.com/anuj_subrat Read my Book Teri gali mein Teri gali me / तेरी गली में: कविता संग्रह https://www.amazon.in/dp/1647834457/ref=cm_sw_r_wa_apa_i_RSLuFbTF0C9XQ Thank you Hope you'll loved it

वह कहते है दर्द छुपा के चलो.....

  वह कहते है दर्द छुपा के चलो वह कहते है जरा मुस्कुरा के चलो   अश्कों की बारिश से भींगी है रातें जरा दिन में भी चरागे जला के चलो   अंजुमन में शोक सा माहौल है अगर होंठों पर नग़मे गुनगुना के चलो   सितम पर सितम, हुआ मैं बेहाल जहां में जरा दम-ख़म दिखा के चलो   पुरवाई है इठलाती, तन्हाई अकेली आँखों में लहरें ज़रा दबा के चलो    शोर-ए-दिल को हौले से समझा दो आरजू को कहीं ज़रा दफ़ना के चलो   दरख़्त पर सजे है चाँद-तारे सपनों के किताबों से बचपन, जरा बचा के चलो   मर गया है सुब्रत इश्क़ में, गम के मारे कहता है सुब्रत, जरा इश्क़ जगा के चलो.... ~©अनुज सुब्रत वह कहते है दर्द छुपा के चलो....... Written by Anuj Subrat ( Author of "Teri gali mein" ) Follow me on Instagram https://instagram.com/anuj_subrat Read my Book Teri gali mein Teri gali me / तेरी गली में: कविता संग्रह https://www.amazon.in/dp/1647834457/ref=cm_sw_r_wa_apa_i_RSLuFbTF0C9XQ Thank you Hope you'll loved it #Sitam #damkham #dard #charaage #bachpan #kitaab #sapna #Anuj_Subrat   

वह मुझको खुदा बना कर उस खुदा से मिलती है....

  वह मुझको खुदा बना कर उस खुदा से मिलती है......~©Anuj Subrat (Author of "Teri gali mein") लाखों ज़ख्म है मेरी बदसलूकी के उसके बदन पर वह मुझको खुदा बना कर उस खुदा से मिलती है..... ~अनुज सुब्रत  #poetry #love #poetrycommunity #writersofinstagram #poem #quotes #poet #poetsofinstagram #writer #poems #art #lovequotes #writing #quoteoftheday #instagram #thoughts #life #quote #shayari #wordporn #writersofig #poetrylovers #writerscommunity #urdupoetry #follow #inspirationalquotes #poetryofinstagram #words #instagood #bhfyp

ऐसे तो मैं ग़ज़ल लिखता हूँ....

  ऐसे तो मैं ग़ज़ल लिखता हूँ.... is very beautiful poem, written by Anuj Subrat ( Author of "Teri gali mein")... Just watch this video and listen the beauty of this poem and also  try to be lost😅😅 and it'll surely bring in another world.... Hope you'll like it..... Anuj Subrat own all the copyrights related to this poem and also this Channel, "Horrified drama, poet's love....... For any inquiries you can contact me any time... Contact Details  are given in channel driscription....🤗🤗 Stay connected for more , do follow and share it Thank you😊😊 Have a great day!

जानाँ तुमको मालूम नही शायद.......

जब भी सर्दी आती है तेरी याद मुझे बड़ा तड़पाती है जानाँ तुमको मालूम नही शायद अक्सर ये सर्द हवा मुझको रुलाती है तुमको याद है क्या वो बातें हमारी यही बात मुझको हमदम सताती है यह लम्बी रातें, यह छोटे दिन मायूसी मुझको मार जाती है   खिड़की से जब भी चाँदनी अंदर आती है, मुझको रात भर जगाती है क्या बतलाऊँ जानाँ तुमको मैं,  शामें मुझको अक्सर तन्हा कर जाती है माना दफ़न हुआ ‘सुब्रत’ इक ख़ामोशी में रूह को अब भी तेरी याद बड़ा तड़पाती है.... ~©अनुज सुब्रत जानाँ तुमको मालूम नही शायद....... Written by Anuj Subrat ( Author of "Teri gali mein" ) Follow me on Instagram https://instagram.com/anuj_subrat Read my Book Teri gali mein Teri gali me / तेरी गली में: कविता संग्रह https://www.amazon.in/dp/1647834457/ref=cm_sw_r_wa_apa_i_RSLuFbTF0C9XQ Thank you Hope you'll loved it

क्यूँ इस दिल का कातिल बनाया.....

  ऐ मालिक तुमने क्यूँ यह दिल बनाया बनाया तो बनाया  मुझको क्यूँ इस दिल का कातिल बनाया जिसने भी चाहा मुझको तुमने छीन लिया क्यूँ तुमने सिर्फ़ मेरे  दिल को ही दर्द का साहिल बनाया प्रतिभा का तुमने मुझको सागर बनाया फिर क्यूँ नही  इस दिल को उस दिल के क़ाबिल बनाया जब भी पाया ‘सुब्रत’ को अकेला पाया बताओ आज तुम, क्यूँ नही  तुमने ‘सुब्रत’ को उसमें शामिल बनाया…. ~©अनुज सुब्रत क्यूँ इस दिल का कातिल बनाया....... Written by Anuj Subrat ( Author of "Teri gali mein" ) Follow me on Instagram https://instagram.com/anuj_subrat Read my Book Teri gali mein Teri gali me / तेरी गली में: कविता संग्रह https://www.amazon.in/dp/1647834457/ref=cm_sw_r_wa_apa_i_RSLuFbTF0C9XQ Thank you Hope you'll loved it